आओ बच्चो मेरे पास आओ मेरे दोस्तो - The Indic Lyrics Database

आओ बच्चो मेरे पास आओ मेरे दोस्तो

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - मुकेश, रानू मुखर्जी | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - एक बेचारा | वर्ष - 1972

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आओ बच्चों आज तुम्हे
एक कहानी सुनाता हूँ मैं
शेर की कहानी सुनोगे
हूँ

हूँ हूँ
मेरे पास आओ मेरे
दोस्तों एक किस्सा सुनो
मेरे पास आओ मेरे
दोस्तों एक किस्सा सुनो

कई साल पहले की ये बात है
बोलो ना चुप क्यों हो गए
भयानक अंधेरी
सी यह रात में
लिए अपनी बन्दूक
मैं हाथ में
घने जंगलों से गुजरते
हुआ कही जा रहा था
घने जंगलों से गुजरते
हुआ कही जा रहा था
जा रहा था
नहीं आ रहा था
नहीं जा रहा था

उफ़ फ़ो आगे भी तो बोलो न
बताता हु बता हू

नहीं भूलती उफ़ वो जंगल की रात
मुझे याद है वो थी मंगल की रात
चला जा रहा था में डरता
हुआ हनुमान चालीसा पढ़ता हुआ
बोलो हनुमान की जय
जय जय बजरंगबली की जय
हां बोलो हनुमान की जय
बोलो बजरंगबली की जय

घडी थी अँधेरा मगर सख्त था
कोई दस सवा दस का बस वक़्त था

लरज़ता था कोयल की भी कूक से
बुरा हाल हुआ उस पे भूख से
लगा तोड़ने एक बेरी से बेर
मेरे सामने आ गया एक शेर

कोई गिघ्घी बनती नज़र फिर गयी
तो बन्दूक भी हाथ से गिर गयी

मैं लपका वो झपका
मैं ऊपर व नीचे
वह आगे मैं पीछे
मैं पेड़ पे वो पीछे
अरे बचाओ अरे बचाओ
मैं दाल दाल वो पात पात
मैं पसीना वो बाग़ बाग़
मैं सुर में वो ताल में
यह जुंगल पाताल में
बचाओ बचाओ
अरे भागो री भागो
अरे भागो

फिर क्या हुआ
खुदा की कसम मज़ा
आ गया मुझे मार कर
बेशरम खा गया
खा गया लेकिन
आप तो ज़िंदा हैं
अरे ये जीना भी कोई
जीना है लल्लू आईं