गोरिया उसकी दीवानी - The Indic Lyrics Database

गोरिया उसकी दीवानी

गीतकार - राजेंद्र कृशन | गायक - आशा भोसले | संगीत - लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | फ़िल्म - आग का दरिया | वर्ष - 1953

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गोरिया उसकी दीवानी जिसकी
पॉकेट गरम गरम
गोरिया उसकी दीवानी जिसकी
पॉकेट गरम गरम
पॉकेट गरम गरम
ो जिसकी पॉकेट गरम गरम
गोरिया उसकी दीवानी जिसकी
पॉकेट गरम गरम
अरे बटवा खोलो नोट दिखाओ
छोडो शर्म वरं
गोरिया उसकी दीवानी जिसकी
पॉकेट गरम गरम
ो गोरिया उसकी दीवानी जिसकी
पॉकेट गरम गरम

अपनी अपनी गरज का सौदा
अपनी अपनी गरज का सौदा
इसमें क्या हैं दोखा
इसमें क्या हैं दोखा
अरे इसमें क्या हैं दोखा
होगा वो नादाँ जो छोड़े
हाथ में आया मौका
छड़ी जवानी की नदियो को
बोलो किसने रोका
हुसैन की खातिर बिक जाते हैं
बड़े बड़ो के धर्म
ओ मुनिया उसका भर पानी
जिसकी पॉकेट गरम गरम
ओ मुनिया उसका भर पानी
जिसकी पॉकेट गरम गरम
पॉकेट गरम गरम
अरे पॉकेट गरम गरम
ो जिसकी पॉकेट गरम गरम
बटवा खोलो नोट दिखाओ
अजी छोड़ो शर्म वरं
ो गोरिया उसकी दीवानी जिसकी
पॉकेट गरम गरम

तरह तरह के खेल यहाँ हैं
तरह तरह के वेले
एक रात में मिट जाते हैं
दिन के लाख झमेले
दिन के लाख झमेले
ाजी दिन के लाख झमेले

इसी लिए तो दूर दूर
से आते हैं अलबेले
काम यहाँ क्या उसका
जेब हो जिसकी नरम नरम
जनि मैं तो उसकी रानी
जिसकी पॉकेट गरम गरम
ो जनि मैं तो उसकी रानी
जिसकी पॉकेट गरम गरम
अरे पॉकेट गरम गरम
ो जिसकी पॉकेट गरम गरम
बटवा खोलो नोट दिखाओ
अजी छोड़ो शर्म वरं
ो गोरिया उसकी दीवानी जिसकी
पॉकेट गरम गरम.