किसी नज़र वो जो ने कहा है मेरे दोस्तो - The Indic Lyrics Database

किसी नज़र वो जो ने कहा है मेरे दोस्तो

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - कल्याणजी, आनंदजी | फ़िल्म - आमने सामने | वर्ष - 1967

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नज़र वो जो दुश्मन
पे भी मेहरबान हो
नज़र वो जो दुश्मन
पे भी मेहरबान हो
जुबां वो जो इक
प्यार की दास्ताँ हो

किसी ने कहा है मेरे दोस्तों
किसी ने कहा है मेरे दोस्तों
बुरा मत सुनो बुरा
मत देखो बुरा मत कहो
किसी ने कहा है मेरे दोस्तों
बुरा मत सुनो बुरा
मत देखो बुरा मत कहो
बुरी है बुराई मेरे दोस्तों
बुरा मत सुनो बुरा
मत देखो बुरा मत कहो
बुरा मत सुनो बुरा
मत देखो बुरा मत कहो

ज़माने में सब
ज़िन्दगी यूँ गुज़ारें
ज़माने में सब
ज़िंदगी यूँ गुज़ारें
गुलिस्तां में रहती
हैं जैसे बहारें
ये कहानी यही
है ज़िंदगानी यही है
ये कहानी यही है

ज़िंदगानी यही है

जियो आप औरों को भी जीने दो
बुरा मत सुनो बुरा
मत देखो बुरा मत कहो
बुरा मत सुनो बुरा
मत देखो बुरा मत कहो

हसीं हैं बहुत
ज़ुल्फ़ के भी फ़साने
हसीं हैं बहुत
ज़ुल्फ़ के भी फ़साने
मुहब्बत की बातें
वफ़ा के तराने
ये तराने सुनाओ
ये फ़साने सुनाओ
ये तराने सुनाओ
ये फ़साने सुनाओ
मगर याद रखो
मेरे साथियो
बुरा मत सुनो बुरा
मत देखो बुरा मत कहो
किसी ने कहा है मेरे दोस्तों
बुरी है बुराई मेरे दोस्तों
बुरा मत सुनो बुरा
मत देखो बुरा मत कहो
बुरा मत सुनो बुरा
मत देखो बुरा मत कहो.