आई अजल ऐ ज़िन्दगी - The Indic Lyrics Database

आई अजल ऐ ज़िन्दगी

गीतकार - ज़िया सरहदी | गायक - अमीरबाई | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - एलान | वर्ष - 1947

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आई बहार आज आई बहार

आ हा हा

आई बहार आज आई बहार

आ आ आ

आई बहार आज आई बहार

गुलशन में

गुलशन में लिये फूलों के हार

आ आ आ

आई बहार आज आई बहार

आ आ आ

आई बहार आज आई बहार

आ हा हा

मेरे दिल में भी ताज़ा उमंगें बढ़ीं

आरज़ूयें बढ़ी और कैसी बढ़ीं

लिये फूलों के हार

आई बहार आज आई बहार

आ आ आ

आई बहार आज आई बहार

आ हा हा

मस्ती से डाली जो यूँ झूम उठीं

इस मस्त से इनकी आँखें लड़ीं

आज हर फूल पर

आज हर फूल पर है नई ताज़गी

रंग चूखा अनोखा है ख़ुश्बू नई

अन्दलीबें पुकारीं ज्यूँ ही ये सुना

लिये फूलों के हार

आ आ आ

आई बहार आज आई बहार

आ हा हा

आज फूलों का बुलबुल से बियाह होने को है

आज थालों में सन्दल आने को है

आज प्यालों में उबटन आने को है

आवो तराने छेड़ें नये

आओ मिलजुल के गाने गायें नये

आओ शादी रचायें शोर हम सब नये

है ये शादी नई

आओ दुनिया बदलने का दिन आ गया

लिये फूलों के हार

आई बहार आज आई बहार

आ आ आ

आई बहार आज आई बहार