हम तुमसे जुदा हो के मार जाएंगे रो रो के - The Indic Lyrics Database

हम तुमसे जुदा हो के मार जाएंगे रो रो के

गीतकार - असद भोपाली | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - उषा खन्ना | फ़िल्म - एक सपेरा एक लुटेरा | वर्ष - 1965

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हम तुमसे जुदा हो के मर जाएँगे रो-रो के -२
मर जाएँगे रो-रो केदुनिया बड़ी ज़ालिम है दिल तोड़ के हँसती है -२
इक मौज किनारे से मिलने को तरसती है
कह दो न कोई रोके -२
हम तुमसे जुदा ...वादे नहीं भूलेंगे कसमें नहीं तोड़ेंगे -२
ये तय है कि हम दोनों मिलना नहीं छोड़ेंगे
जो रोक सके रोके -२
हम तुमसे जुदा ...सोचा था कभी दो दिल मिलकर न जुदा होंगे
मालूम न था हम यूँ नाक़ाम-ए-वफ़ा होंगे
क़िस्मत नें दिए धोखे
हम तुमसे जुदा ...