देख मौसम कह रह हैं - The Indic Lyrics Database

देख मौसम कह रह हैं

गीतकार - गुलशन बावरा | गायक - लता मंगेशकर, अमित कुमार | संगीत - राजेश रोशन | फ़िल्म - दुनिया मेरी जेब में | वर्ष - 1979

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देख मौसम कह रहा है बाँहों में आ के मेरी झूल जा
मान न मान मेरी जाँ मौसम की तो मान भी जाछोड़ भी दे मुँह बनाना
ये भी ज़रा मान ले आज चोरी-चोरी तू दिल में लगानाअब तो तू कैसे-कैसे रंग-रूप दिखाए
तेरे प्यार से पिया रे बाज आए
हे आजा रे आजा रहने भी दे
तू काहे तीखे-तीखे नखरे दिखाए
लगी दिल की मेरी काहे को बढ़ाई
ज़िन्दगी
प्यार के दिन यूँ ही न जाएँ बीत रेमेरी बातों में तेरी मुझको तो डर है
आते-जाते न आ जाऊँ
फिर क्या होगा ये भी सोच घबराऊँ
है सुन महकी-महकी साँसों में तेरी
अपनी ठण्डी साँसें आ मिलाऊँ
ऐ प्यार यही तो कैसे समझाऊँ
उन्हें मान ले मान जाऊँ
जान-ए-जाँ मेरी हर बात को
क्या कहेगा
देख मौसम कह ...