वादियों में खो जाएं हम तुम - The Indic Lyrics Database

वादियों में खो जाएं हम तुम

गीतकार - शकील अहमद | गायक - मुकेश, आरती मुखर्जी | संगीत - आनंद शंकर | फ़िल्म - आरंभ | वर्ष - 1976

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वादियों में खो जाएं हम तुम
आओ इन वादियों में खो जाएं ( हम तुम ) -२
ये समाँ है सुहाना
हाँ जी हाँ सुहाना
हो जाएं गुमसुम
आओ इन वादियों में खो जाएं ...मुझे दोनों जहाँ की मिल गई हैं ख़ुशियाँ
तुम जो मिले हमराही मिले
दिल का ये चमन फिर लगा मुस्कुराने
अरमानों के हैं फूल खिले
तुम ही तो हो सहारा
हाँ जी हाँ सहारा
चलते जाएं हम
आओ इन वादियों में खो जाएं ...प्यारा ये समाँ है मौसम भी जवाँ है
चारों तरफ़ हुस्न की दास्ताँ है
मुझे लगता है जैसे हमें देखकर ये
लगा मुस्कराने ज़मीं आसमां है
प्यार में हो के दीवाना
जैसे ये सारा ज़माना
अपनी धुन में ग़ुम
आओ इन वादियों में खो जाएं ...