ये जश्न-ए-मोहब्बत हो - The Indic Lyrics Database

ये जश्न-ए-मोहब्बत हो

गीतकार - अंजान | गायक - आशा भोंसले | संगीत - कल्याणजी, आनंदजी | फ़िल्म - घुंघरू | वर्ष - 1980

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ये जश्न-ए-मोहब्बत हो मुबारक हुज़ूर को
कैसे छुपाऊँ आज ख़ुशी के सुरूर को
इतनी ख़ुशी मिली के ये आँसू मचल पड़े
मैं ख़ुश हूँ माफ़ कीजिये मेरे क़ुसूर को

तोहफ़ा क़ुबूल है हमें सरकार आप का-२
ले आया फिर वही हमें-२
लो प्यार आप का

अंजाम है ये प्यार का ये प्यार का सिला
क्या आप से शिकायतें क्या आप से गिला
फ़रियाद क्या सुनेगा सुनेगा ये दरबार आप का
ले आया फिर वही हमें ...

जी चाहता है आप को जी भर के देख लें
फिर ज़िन्दगी में आप से मिल पाएँ ना मिलें
शायद यही हो आख़री दीदार आप का
ले आया फिर वही हमें ...

दिल माँगे दिल दे दूँ जाँ माँगे जाँ दे दूँ तेरे लिये
जान-ए-जाँ
सुन ले ओ दिल जानी मैं तेरी दीवानी मेरे लिये तू ख़ुदा
अश्कों को पीना है तन्हा ही जीना है तन्हा ही जी लेंगे हम
तेरी ख़ुशी है तो ये ज़िन्दगी है तो ज़ख़्मों को सी लेंगे हम
ये शमा जलने दो शोले मचलने दो है सामना यार का
घुँघरू बिखरने दो ये रंग झरने दो बिखरे लहू प्यार का
अलविदा अलविदा अलविदा अलविदा