दिल ने तड़प तड़प के तड़पन शिखा दीया - The Indic Lyrics Database

दिल ने तड़प तड़प के तड़पन शिखा दीया

गीतकार - कैफ़ी आज़मी | गायक - भूपिंदर | संगीत - जयदेव | फ़िल्म - | वर्ष - 1974

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दिल ने तड़प तड़प के तड़पना सिखा दिया
ईनाम अब मिले कि सज़ा सर झुका दियादीवाना करके छोड़ दे जो इक ज़माने को
मुझ को उसी निगाह ने इन्साँ बना दियाबस इतना जानता हूँ मुझे तुमसे प्यार है
और प्यार में न जीत किसी की न हार है
इसके सिवा जो याद था सब कुछ भुला दिया