चांदनी से घर सजाउं मैं - The Indic Lyrics Database

चांदनी से घर सजाउं मैं

गीतकार - समीर | गायक - शान | संगीत - जतिन, ललित | फ़िल्म - कहता है दिल बार बार | वर्ष - 2002

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चांदनी से घर सजाऊँ मैं
आसमां से चाँद लाऊँ
चांदनी से घर सजाऊँ मैं
जो मेरे सपने हैं बस वही अपने हैं
इस जहाँ से क्या मुझे लेनादिल चाहता है बनाऊँ कहीं
मैं एक छोटा सा घर
हँसता रहूँ उसमें गाता रहूँ
हर ग़म से मैं बेखबर
प्यार की बस्ती में दिन कटे मस्ती में
इस जहाँ से क्या मुझे लेना क्या देना
आसमां से ...मेरे ख्यालों में आने लगी
फूलों सी नाज़ुक परी
हो बेचैनियों को बढ़ाने लगी
लड़की वो जादू भरी
उसका अफ़साना हूँ मैं तो दीवाना हूँ
इस जहाँ से क्या मुझे लेना क्या देना
आसमां से ...