तुम्हारे बिन गुज़ारे हैं कै दिन - The Indic Lyrics Database

तुम्हारे बिन गुज़ारे हैं कै दिन

गीतकार - विश्वेश्वर शर्मा | गायक - मोहम्मद रफ़ी, लता मंगेशकर | संगीत - शंकर, जयकिशन | फ़िल्म - आत्माराम: | वर्ष - 1979

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ल : तुम्हारे बिन गुज़ारे हैं कई दिन अब न गुज़रेंगे
जो दिल में आ गई है आज हम वो कर ही गुज़रेंगे
र : ख़बर क्या थी के अपने भी सितारे ऐसे बिगड़ेंगे
के जो पूजा के क़ाबिल हैं वही यूँ रंग बदलेंगेल : कई दिन बाद फिर ये साज-सिंगार पाया है
नहीं मालूम था के आप यूँ इनकार कर देंगे
तुम्हारे बिन गुज़ारे ...र : तुम्हें कैसे बताएँ क्या हमारे साथ गुज़री है
तुम्हारा ख़्वाब टूटेगा अगर यह बात कह देंगे
तुम्हारे बिन गुज़ारे ...ल : तुम्हारी एक न मानेंगे करेंगे आज मनमानी
बहुत तरसाया है तुमने नहीं अब और तरसेंगे
तुम्हारे बिन गुज़ारे ...र : सताया तो नहीं करते कभी क़िस्मत के मारों को
किसी की जान जाएगी किसी के अरमाँ निकलेंगे
तुम्हारे बिन गुज़ारे ...ल : मनाया तुमको कितनी बार लेकिन तुम नहीं माने
तो मजबूर होकर हम शरारत पर भी उतरेंगे
तुम्हारे बिन गुज़ारे ...र : हक़ीक़त क्या है ये पहले बता देते तो अच्छा था
ख़ुद अपने जाल से हम न जाने कैसे निकलेंगे
तुम्हारे बिन गुज़ारे ...