दिल का गुलदस्ता बाँहों का हार - The Indic Lyrics Database

दिल का गुलदस्ता बाँहों का हार

गीतकार - Nil | गायक - किशोर कुमार - शारदा | संगीत - शंकर जयकिशन | फ़िल्म - वचन | वर्ष - 1974

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दिल का गुलदस्ता बाँहों का हार
साथ में इसके बहुत सा प्यार
लेकर आया सरकार
कर लीजिए स्वीकार
माना अब तक हम थे कुछ मजबूर
रह के पास भी हम थे कितनी दूर
लेकिन हम तुम आखिर मिल ही गए
सपने आखिर फूलों से खिल ही गए
दिल का गुलदस्ता बाँहों का हार
साथ में इसके बहुत सा प्यार
लेकर आया सरकार
कर लीजिए स्वीकार
हाँ हाँ हमने किया स्वीकार
मेरे यार मेरे यार
हमने किया स्वीकार
ठंडे मौसम में आग ये कैसी लगी
कैसे मोड़ पे आ गई ज़िन्दगी
बिन पिए आज ये क्या हमको हो गया
प्यार का हर तरफ छाने लगा है नशा
खोए हम रहे इन गोरी-गोरी बाहों में
रेशमी ज़ुल्फ़ की प्यारी-प्यारी छाँव में
ग़म भी कोई आने ना पाएगा जहाँ
प्यार की बस्तियां हम बसाएँगे वहाँ
मेरे यार मेरे यार
हो तो गया स्वीकार