कोई लड़ाकी मुजे कल रात सापने पुरुष मिलि - The Indic Lyrics Database

कोई लड़ाकी मुजे कल रात सापने पुरुष मिलि

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - आशा भोंसले, किशोर कुमार | संगीत - आर डी बर्मन | फ़िल्म - सीता और गीता | वर्ष - 1972

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कि : कोई लड़की मुझे कल रात सपने में मिली
बड़ी प्यारी सी सूरत थी भला सा नाम था
ललल लल ला -४
आ : कोई लड़का मुझे कल रात सपने में मिला
बड़ी प्यारी सी सूरत थी भला सा नाम था
ललल लल ला -४देख लेती मैं जो उस बैरन सौतन को जान ले लेती मैं क़सम से
कि : देख लेता मैं उस तेरे साजन को जान दे देता मैं शरम से
आ : हो फिर क्यों रूठे
कि: तुम जो रूठी
ललल लल ला -४
कि : अरे तुम ही मुझे कल रात अपने में मिली
आ : अरे तुम ही मुझे कल रात अपने में मिले
कि : मुझे तुमसे तुम्हें मुझसे ज़रूरी काम था
ललल लल ला -४
आ : तुम्हें मुझसे मुझे तुमसे ज़रूरी काम थाकि : चाँदनी थी रातें ख़ूब हुईं मुलाक़ातें
प्यार भरी हुईं बातें दोनों में
आ : रात भर हम जागे नैन पिया संग लागे
रंग भरे हुए वादे दोनों में
कि : तुम झूठी हो
आ : तुम झूठे हो
ललल लल ला -४
आ : कोई लड़का मुझे ...
कि : कोई लड़की मुझे ...
ललल लल ला -४