कल के चाँद आज के सपने - The Indic Lyrics Database

कल के चाँद आज के सपने

गीतकार - शैलेंद्र | गायक - हेमंत, लता | संगीत - रवि | फ़िल्म - नई राहें | वर्ष - 1959

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कल के चाँद आज के सपने तुम को प्यार बहुत सा प्यार
कल के चाँद आज के सपने तुम को प्यार बहुत सा प्यार
लाल तुम्हारे ही दम से कल जगमग होगा ये संसार
आँख मिचौली खेलेंगे कल तुमसे आंगन मेरा
संग तुम्हारे लौट आयेगा
रूठा बचपन मेरा
अब तुतलाकर बात करेंगे ये दरवाज़े ये दीवार
लाल तुम्हारे ही दम से कल जगमग होगा ये संसार
नैन तुम्हारे चाँद और सूरज
फूल से जीवन ज्योती
सदा मेरे पलकों मे रहना मेरी मन की मोती
एक बार माँ कहने पर हम न्यौछावर होंगे सौ बार
लाल तुम्हारे ही दम से कल जगमग होगा ये संसार