कहां गए ममता भरे दिन कौन भला दुनिया में - The Indic Lyrics Database

कहां गए ममता भरे दिन कौन भला दुनिया में

गीतकार - दीपक चौधरी | गायक - साधना सरगम, सहगान, रूप कुमार राठौड़ | संगीत - आनंद, मिलिंद | फ़िल्म - | वर्ष - 2000

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कहां गए ममता भरे दिन
कैसे कोई जिए माँ तेरे बिन
ओ माँ तुझे ढूंढूं मैं कहाँ
ओ माँ के बिना सूना है जहाँ
कौन भला दुनिया में माँ की जगह ले सका
कोई कह दे क्या होती है माँ
आखिर माँ होती है माँ
कहां गए ममता ...हाथों से खिलाय के बाहों में झुलाए के
बहनों की राह में तूने नज़रें बिछा दीं
लोरियां सुनाय के हमको सुलाय के
अपना न सोचा हमपे नींदें भी लुटा दीं
माँ की परछाईं हाँ है मेरा भाई
कौन भला दुनिया ...बाबुल का प्यार तू माँ का दुलार तू
तेरे होते माँ बाबुल की याद भी न आई
तू हमारा वीर है ये भी तकदीर है
बहनों की राखी चूमे भैया की कलाई
धूप क्या पता नहीं ग़म क्या पता नहीं
तेरे साए में ममता की छांव ही मिली है
आँसू क्या पता नहीं दर्द क्या पता नहीं
तेरे अंगना में ये कलियाँ फूल सी खिली हैं
माँ की परछाईं हाँ है मेरा भाई
कौन भला दुनिया ...तेरे जैसी हाँ होती है माँ
ममता भरे हर पल हर दिन
कैसे मिलेंगे भैया हमें तेरे बिन
चाहें कोई ढूंढ ले जहां
ओ ऐसा भाई मिलेगा कहाँ
है ये दुआ हर भाई
भाई हो तेरी तरह
माँ जैसी शीतल पुरवईया
हाँ आखिर है अपना भैया