तय कर के बड़ी दूर की पुरपेच डगरिया - The Indic Lyrics Database

तय कर के बड़ी दूर की पुरपेच डगरिया

गीतकार - डाॅ सफदर"आह" | गायक - मुकेश | संगीत - अनिल बिस्वास | फ़िल्म - पहली नज़र | वर्ष - 1945

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तेरे बिना सूनी सूनी है मेरी फुलवारी रे

तेरे बिना सूनी सूनी है मेरी फुलवारी रे

आजा मेरा भँवरा शिकारी

जाती रहीं रातें, और आते रहे दिन

आस लिये बैठी रही एक अभागिन

आई है बहार मगर सूख रही क्यारी रे

मेरे जनम के साथी तेरी प्रीत रुलाती

सहती रही दुख बराबर, और सहूँगी

पर अकेले तेरे बिना कैसे रहूँगी

तेरी जुदाई में बने आँसू भी चिंगारी रे