देखो ना जरा देखो ना - The Indic Lyrics Database

देखो ना जरा देखो ना

गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - अलका याज्ञनिक, उदित नारायण | संगीत - ए आर रहमान | फ़िल्म - स्वदेस | वर्ष - 2004

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अ : ऊँ हूँ
देखो ना, ज़रा देखो ना
तुम हो, मैं हूँ और ये तनहाईयाँ हैं
देखो ना, ज़रा देखो ना
कैसी नरम सी ये परछाईयाँ हैं
सुनो ज़रा, सुनो ज़रा, धड़कनों की सदा
सुनो ज़रा, सुनो ज़रा, गीत ख़ामोशी का
सुनो ज़रा, सुनो ज़रा, कहती हैऽऽ रात क्याउ : रात है ले के आई, कितने अरमाँ अंजाने
कहती है सौ अफ़साने, सुनता हूँ मैंरात ने ली अंगड़ाई, अनहोनी बात है होती
बिखरे हैं जैसे मोती, चुनता हूँ मैंतुमने ये क्या कह दिया
मेरी आँखों में दिये हैं जैसे जल गये
तुमने ये क्या कह दिया
मेरी रातों के अंधेरे जैसे ढल गयेअ : तुमसे ही तो मिल के मैंने जाना है सपने क्या होते हैं
ओ हो हो
तुमसे ही तो मिल के मैंने जाना है दिल कैसे खोते हैं
ओ हो होउ : चाँदनी से भी प्यारी मुझको इन पलकों की छाँव
तुमने बसाया मेरे दिल में इक सपनों का गाँवअ : तुमने मुझको चाहा तो मौसम रंग छलकाता है
हर पंछी अब गाता है मेरे लियेउ : तुमने मुझको चाहा तो जीवन की सारी राहें
खोले हैं अपनी बाँहें मेरे लियेअ : देखो ना ज़रा देखो ना
तुम हो मैं हूँ और ये तनहाईयाँ हैं
देखो ना ज़रा देखो ना
कैसी नरम सी ये परछाईयाँ हैंउ : तुम बिन दिन सूने थे, रातें सूनी थीं, वीरानी थी छाई
ओ ओ ओ
अब जैसे दिन चमके रातें महकी हैं तुम हो जो हमराही
ओ ओ ओ
अ : तुम बिन जैसे मैं थी अधूरी पूरी हो गई हूँ मैं
तुमको पा के जग पाया है पर ख़ुद खो गई हूँ मैं
उ : हम दोनों ने अब जाना जीने का मतलब क्या है
अ : पहले क्या थी अब क्या है ये ज़िंदगी
उ : हम दोनों ने अब जाना दुनिया कितनी प्यारी है
अ : पाई कितनी सारी है हमने ख़ुशीउ : देखो ना ज़रा देखो ना
तुम हो मैं हूँ और ये तनहाईयाँ हैं
देखो ना ज़रा देखो ना
कैसी नरम सी ये परछाईयाँ हैं
अ : सुनो ज़रा, सुनो ज़रा, धड़कनों की सदा
सुनो ज़रा, सुनो ज़रा, गीत ख़ामोशी का
सुनो ज़रा, सुनो ज़रा, कहती है रात क्या