यही है तमन्ना तेरे दर के सामने - The Indic Lyrics Database

यही है तमन्ना तेरे दर के सामने

गीतकार - राजा मेहदी अली खान | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - मदन मोहन | फ़िल्म - आपकी परछियां | वर्ष - 1964

View in Roman

यही है तमन्ना तेरे दर के सामने
मेरी जान जाए मेरी जान जाए
हाय यही है तमन्ना ...तेरे दर पे आया तो बस आ गया मैं
न पीछे हटूँगा ज़माने के डर से
ज़रा देख लूँ मैं ये रुख़ की बहारें
ये क़द प्यारा-प्यारा ये ज़ुल्फ़ों के साए
हाय यही है तमन्ना ...गिला है मुझको तेरे ख़ुदा से
हसीं जिसने इतना बनाया है तुझको
न आता कभी तेरी गलियों में ज़ालिम
तेरे हुस्न ने खुद बुलाया है मुझको
जलाकर कोई शम्मा कैसे कहेगा
के देखो यहाँ पर ना परवाना आए
हाय यही है तमन्ना ...मुहब्बत में तेरी अगर मौत आए
तो वो मौत कितनी हसीं मौत होगी
किसी रोज़ मैं तेरा दामन पकड़कर
जो मर जाऊँ क्या दिलनशीं मौत होगी
कभी ऐसी कोई घड़ी आ रही हो
तो मेरी दुआ है वो जळी से आए
हाय यही है तमन्ना ...