वो पास रहने या दुर रहने - The Indic Lyrics Database

वो पास रहने या दुर रहने

गीतकार - कमर जलालाबादी | गायक - सुरैया | संगीत - हुस्नलाल-भगतराम | फ़िल्म - बड़ी बहन | वर्ष - 1949

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वो पास रहें या दूर रहें
नज़रों में समाये रहते हैं
इतना तो बता दे कोई हमें
क्या प्यार इसी को कहते हैंछोटी सी बात मुहब्बत की
और वो भी कही नहीं जाती
कुछ वो शरमाये रहते हैं
कुछ हम शरमाये रहते हैंमिलने की घड़ियाँ छोटी हैं
और रात जुदाई की लम्बी
जब सारी दुनिया सोती है
हम तारे गिनते रहते हैंवो पास रहें या दूर रहें
नज़रों में समाये रहते हैं
इतना तो बता दे कोई हमें
क्या प्यार इसी को कहते हैं