तक़दीर में लिखा है मेरी ठोकरें खाना - The Indic Lyrics Database

तक़दीर में लिखा है मेरी ठोकरें खाना

गीतकार - अमर वर्मा | गायक - खुर्शीद | संगीत - सुधीर फड़के | फ़िल्म - आगे बढ़ो | वर्ष - 1947

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तेरा ख़याल दिल से भुलाया न जायेगा

तेरा ख़याल दिल से भुलाया न जायेगा

उल्फ़त की ज़िंदगी को मिटाया न जायेगा

मजबूरियों ने छिन ली मुझसे अगर ज़बाँ

मुझसे अगर ज़बाँ

आँसू कहेंगे

आँसू कहेंगे दिल के उजड़ने की दास्ताँ

उजड़ने की दास्ताँ

आँखों से हाल दिल का छुपाया न जायेगा

उल्फ़त की ज़िंदगी को मिटाया न जायेगा

तेरा ख़याल दिल से भुलाया न जायेगा

उल्फ़त की ज़िंदगी को मिटाया न जायेगा

लूटो न दुनिया वालो मेरे दिल की तुम ख़ुशी

मेरे दिल की तुम ख़ुशी

अच्छी नहीं है हाय

अच्छी नहीं है हाय ग़रीबों से दिल्लगी

ग़रीबों से दिल्लगी

ये घर उजड़ गया तो बसाया न जायेगा

उल्फ़त की ज़िंदगी को मिटाया न जायेगा

तेरा ख़याल दिल से भुलाया न जायेगा

उल्फ़त की ज़िंदगी को मिटाया न जायेगा