चाँद आसमानों से लापता - The Indic Lyrics Database

चाँद आसमानों से लापता

गीतकार - संदीप नाथ | गायक - भावें धनक | संगीत - जीत गांगुली | फ़िल्म - अलोन | वर्ष - 2015

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चाँद आसमानों से लापता हो गया
चल के मेरे घर में आ गया, आ गया
मैं खुशकिश्मत हूँ बाखुदा इस तरह
हो जाए पूरी इक दुआ जिस तरह

तेरे बिन मेरी जाना कभी
इक पल भी गुज़ारा नहीं

तेरी आरज़ू ने खुद से बेगाना कर दिया
चाँद आसमानों से लापता हो गया
चल के मेरे घर में आ गया, आ गया
मैंने तुझे तोहफे में ये दिल दिया
तूने मुझे बदले में ये जहां दिया
मैं ही जानू, तू ही जाने जो है दरमियां
तुझ से है मेरी, जाना घर ये आशियाँ

तेरे बिन मेरी जाना कभी
इक पल भी गुज़ारा नहीं
तेरी आरज़ू ने खुद से बेगाना कर दिया
चाँद आसमानों से लापता हो गया
चल के मेरे घर में आ गया, आ गया
तूने मेरे रास्तों को मंज़िल किया
तुझे पाके ज़िन्दगी को हासिल किया
तेरे लिए है ये सांसें, तय कर लिया
तू है तो है ये कहानी, मेरे साथिया

तेरे बिन मेरी जाना कभी
इक पल भी गुज़ारा नहीं
तेरी आरज़ू ने खुद से बेगाना कर दिया
चाँद आसमानों से लापता हो गया
चल के मेरे घर में आ गया, आ गया