तक़दीर जगा कर आई हूँ - The Indic Lyrics Database

तक़दीर जगा कर आई हूँ

गीतकार - शकील | गायक - लता | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - दुलारि | वर्ष - 1949

View in Roman

तेरा जहाँ आबाद है

तेरा जहाँ आबाद है

मेरा जहाँ बरबाद है

फ़रियाद है फ़रियाद है

ऐ आसमाँ फ़रियाद है

तेरा जहाँ आबाद है

मेरा जहाँ बरबाद है

तू ख़ुश के तेरे बाग़ के

सब फूल आख़िर खिल गये

जिन की तमन्ना थी तुझे

आख़िर वो तुझको मिल गये

मेरे मुक़द्दर में फ़क़त

ग़म और किसी की याद है

तेरा जहाँ आबाद है

मेरा जहाँ बरबाद है

तू ख़ुश के तेरे हाथ में

उम्मीद का जाम आ गया

मेरी मुहब्बत के लिये

रोने का पैग़ाम आ गया

हैरत ना कर ऐ बेख़बर

दुनिया है एक जादू का घर

दो दिल हैं एक घर में मगर

एक शाद एक नाशाद है

फ़रियाद है फ़रियाद है

ऐ आसमाँ फ़रियाद है

तेरा जहाँ