चल मेरे साजन चल मत कर साजन कल - The Indic Lyrics Database

चल मेरे साजन चल मत कर साजन कल

गीतकार - दीपक चौधरी | गायक - अलका याज्ञनिक, मनहर उधास | संगीत - विजू शाह | फ़िल्म - विनाशक | वर्ष - 1998

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चल चल चल चल
चल मेरे साजन चल मत कर साजन कल दिल में है हलचल
चल कुड़िये चंचल चल चल विरहा में जल विरहा का हर पल
चल मेरे साजन ...ये मेरी जवानी आहा है तेरी दीवानी आहा
ओ दिलबर जानी तू आग मैं पानी
चल आँख लड़ा ले आहा चल तीर चला ले आहा
तूफ़ान उठा ले ये रोग लगा ले
मेरा शीशे जैसा अंग अंग अंग अंग में उमंग
इसे रेशम कहूं या मलमल
चल कुड़िये चंचल ...हाँ ये दिल का लगाना आहा है रोग लगाना ओह
ना आँख लड़ाना ना बात बढ़ाना ऐसा क्या
ना नींद गंवाना ना जी को जलाना
चाहें मर जाना पर दिल ना लगाना
इसमें जो गिर जाए कभी उभर ना पाए
ये प्यार है ऐसा दलदल
चल कुड़िये चंचल ...