दिल मेरा तोड़ दिया उसने बुरा क्यूँ मानूं - The Indic Lyrics Database

दिल मेरा तोड़ दिया उसने बुरा क्यूँ मानूं

गीतकार - समीर | गायक - अलका याज्ञनिक | संगीत - नदीम, श्रवण | फ़िल्म - कसूर | वर्ष - 2000

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दिल मेरा तोड़ दिया उसने बुरा क्यूं मानूं
उसको हक़ है वो मुझे प्यार करे या ना करे
दिल मेरा तोड़ दिया ...पहले मालूम न था आज ये मैने समझा
प्यार कहते हैं जिसे वो है दिलों का सौदा
दिल की धड़कन को भला कैसे कोई क़ैद करे
ये तो आज़ाद है जब चाहे जहां आहें भरे
उसके रस्ते में खड़ी क्यूं कोई दीवार करें
उसको हक़ है वो मुझे ...सारे वादों का भरम पल में वो तोड़ गया
ग़म के जिस मोड़ पे ला के वो मुझे छोड़ गया
मैं उसी मोड़ की दहलीज़ पे सो जाऊंगी
उम्र भर उसके लिए अजनबी हो जाऊंगी
हर सितम शौक से मुझपे मेरा दिलदार करे
उसको हक़ है वो मुझे ...