ज़ुल्म तुम्हारे सह न सके हम सब्र का दामन छूट गया - The Indic Lyrics Database

ज़ुल्म तुम्हारे सह न सके हम सब्र का दामन छूट गया

गीतकार - नक्षबी | गायक - लता | संगीत - सी रामचंद्र | फ़िल्म - नमूना | वर्ष - 1949

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ज़ुल्म तुम्हारे सह न सके हम सब्र का दामन छूट गया

ज़ुल्म तुम्हारे सह न सके हम सब्र का दामन छूट गया

इक ठेस लगी आँसू टपके इक चोट लगी दिल टूट गया

नज़रों की लगावट दिल की लगी सुख से नहीं रहने देती कभी

दिल पर तेरे ग़म में ये गुज़री इक छाला बना और फूट गया

मुँह फेर के जाने वाले ठहर फ़रियाद तो मेरी सुनता जा

जिसमें के तेरी तस्वीर सजी थी आज वो शीशा टूट गया

इक ठेस लगी