नज़र नीची किए हम आ रहे हैं - The Indic Lyrics Database

नज़र नीची किए हम आ रहे हैं

गीतकार - पंडित माधुरी | गायक - NA | संगीत - कमल दासगुप्ता | फ़िल्म - गिरिबाला | वर्ष - 1947

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नींद हमारे ख़्वाब तुम्हारे

नींद हमारे ख़्वाब तुम्हारे

कितने मीठे कैसे प्यारे

लहरों की

सहरों की की गोदी में जैसे

आँख मिचौली खेले तारे

नींद हमारे ख़्वाब तुम्हारे

मन दोनों के खिल जाने दो

इक दूजे से मिल जाने दो

देखते हैं बेचैन बेचारे

नैन तुम्हारे नीर हमारे

नींद हमारे ख़्वाब तुम्हारे

नर्गिस को शरमाते हैं वो

जल में आग लगाते हैं ये

दोनों हैं बदनाम बेचारे

ज़ख़्म हमारे तीर तुम्हारे

नींद हमारे ख़्वाब तुम्हारे