अपना है फिर भी अपना बढ़कर गले लगा ले - The Indic Lyrics Database

अपना है फिर भी अपना बढ़कर गले लगा ले

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - रफी | संगीत - मदन मोहन | फ़िल्म - भाई भाई | वर्ष - 1956

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अपना है फिर भी अपना बढ़कर गले लगा ले
अच्छा है या बुरा है अपना उसे बना ले

मत सोच तेरे दिल में ये कैसी कश-म-कश है
जो खींचती है तुझको वो ख़ून की क़शिश है
पर्दा पड़ा हुआ है जो दरमियाँ उठा ले
अपना है फिर भी ...

चुप है ज़ुबान फिर भी अपना लहू पुकारे
तुम एक आसमाँ के टूटे हुए हो तारे
नज़रें तो मिल गई हैं अब दिल से दिल मिला ले
अपना है फिर भी ...$