ये नैना, ये काजल, ये ज़ुल्फ़ें, ये आँचल - The Indic Lyrics Database

ये नैना, ये काजल, ये ज़ुल्फ़ें, ये आँचल

गीतकार - साहिर लुधियानवी | गायक - हेमंत कुमार | संगीत - बप्पी लाहिरी | फ़िल्म - जाल | वर्ष - 1952

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ये नैना, ये काजल, ये ज़ुल्फ़ें, ये आँचल
खूबसुरत सी हो तुम ग़ज़ल
कभी दिल हो कभी धड़कन
कभी शोला, कभी शबनम
तुम ही तो तुम मेरी हमदम
ज़िन्दगी तुम मेरी, मेरी तुम ज़िन्दगी
मेरी आँखों से देखो, मेरी नज़रों से जानो
तुम माला हम मोती, हम दीपक तुम ज्योती
सपनोंका पनघट हो, आशा का झुरमट हो
तुम नदिया हम धारा, तुम चन्दा हम तारा
मेरी साँसों से पूछो, मेरी आहों को समझो
तुम पूजा हम पुजारी, तुम क़िस्मत हम जुआरी