दिल में बसा के, मीत बना के - The Indic Lyrics Database

दिल में बसा के, मीत बना के

गीतकार - प्रेम धवन | गायक - तलत | संगीत - अनिल बिस्वास | फ़िल्म - दोराहा: | वर्ष - 1952

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दिल में बसा के, मीत बना के,
भूल न जाना प्रीत पुरानी
भूल न जाना, दिल में बसा के

ये मेरी ख़ामोश निगाहें
ये मेरी ख़ामोश निगाहें, जलते आँसू, ठंड़ी आहें
ले जा ऽ
ले जा ये दिल का नज़राना, भूल न जाना प्रीत पुरानी
भूल न जाना, दिल में बसा के

आज बहारें रूठ चली हैं
आज बहारें रूठ चली हैं, दिल की उम्मीदें टूट चली हैं
छलक रहा ऽ
छलक रहा ग़म का पैमाना,
भूल ना जाना प्रीत पुरानी
भूल ना जाना, दिल में बसा के$