दिन ताका ताका दिन ए ए ए आई मास्टरजी की आ गई चिट्ठी - The Indic Lyrics Database

दिन ताका ताका दिन ए ए ए आई मास्टरजी की आ गई चिट्ठी

गीतकार - गुलजार | गायक - पद्मिनी कोल्हापुरे, शिवांगी कोल्हापुरे | संगीत - आर डी बर्मन | फ़िल्म - किताब | वर्ष - 1977

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( दिन ताका ताका दिन ) २( अ आ इ ई, अ आ इ ई
मास्टर्जी की आ गई चिट्ठी
चिट्ठी में से निकली बिल्ली
चिट्ठी में से निकली बिल्ली ) २( बिल्ली खाय ज़र्दा पान
काला चश्मा पीली कान ) २आहा अ आ इ ई, अ आ इ ई
मास्टर्जी की आ गई चिट्ठी
चिट्ठी में से निकली बिल्ली
चिट्ठी में से निकली बिल्ली( दिन ताका ताका दिन ) २( कान में झुम्का, नाक में बत्ती ) २
हाथ में जैसे अगर्बत्ती
(नहीं मगर्बत्ति, अगर्बत्ती, मगर्बत्ती, अगर अगर्बत्ति)
( अगर हो बत्ती कछुआ चाप
आग पे बैठा पानी ताप ) २
ताप चढ़े तो कम्बल तान
वी आई पी, ( वी आई पी underwearबनियान ) २( दिन ताका ताका दिन ) २( अ आ इ ई, अ आ इ ई
मास्टर्जी की आ गई चिट्ठी
चिट्ठी में से निकला मच्छर
चिट्ठी में से निकला मच्छर ) २( मच्छर की दो लम्बी मूँछें
मूँछ पे बांधे दो दो पत्थर ) २
पत्थर पे एक आम का झाड़
मूँछ पे लेकर चला पहाड़
पहाड़ पे बैठा बूढ़ा जोगी
जोगी की एक जोगन होगी
( गठरी में लागा चोर
मुसाफ़िर देख चाँद की ओर )
पहाड़ पे बैठा बूढ़ा जोगी
जोगी की एक जोगन होगी
जोगन कूटे कच्चा धान
वी आई पी, ( वी आई पी underwearबनियान ) २( दिन ताका ताका दिन ) २( अ आ इ ई, अ आ इ ई
मास्टर्जी की आ गई चिट्ठी
चिट्ठी में से निकला चीता
चिट्ठी में से निकला चीता ) २
थोड़ा काला थोड़ा पीला
चीता निकला है शर्मीला
थोड़ा-थोड़ा काला थोड़ा-थोड़ा पीला
चीता निकला है शर्मीला
( अरे वा वा चाल देखो )
घुंघट डाल के चलता है
मांग में सिंदूर भरता है
माथे रोज़ लगाये बिंदी
englishबोले मतलब हिंदी
( ifअगर isहै butपर whatमतलब क्या )
माथे रोज़ लगाये बिंदी
englishबोले मतलब हिंदी
हिंदी में algebraचान
( वी आई पी underwearबनियान ) २
सावधान !