हे हो धोये महोबे घाट - The Indic Lyrics Database

हे हो धोये महोबे घाट

गीतकार - कमाल अमरोही | गायक - सहगान, पुरुष स्वर, सरदार अख्तर | संगीत - मीर साहब | फ़िल्म - पुकार | वर्ष - 1930

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को : हे हो धोये महोबे घाट-२
स : धोबिया रे धोबिया
कहाँ तुम्हारो
यौनन कौनन
कहाँ तुम्हारो घाट
हे हो कहाँ तुम्हारो घाट-२
को : मिरज़ापुर में
औनन कौनन
कभी हमारो घाट
हे हो कभी हमारो घाट-३

हैयो राम-६
धोये महोबे घाट
हे हो धोये महोबे घाट

male: हो
चाँदी की नदिया में धोबन की अंगिया-२
धोये रे धोये रे मस-मस धोतिया-२
चम-चम चमकेगी अंगिया पहन के-२
बरसेंगे चुन्दरी पे तारे गगन के-२

को : धोये महोबे घाट
हे हो धोये महोबे घाट-३

male: सुन्दरी रे सुन्दरी
सजो तुम्हारो
प्यारो जोबन
सजो तुम्हारो घाट
हे हो सजो तुम्हारो घाट-३
स : हमरा तुम्हरा बंधे रे पैंजन-२
चलें निराले ठाठ
हे हो चलें निराले ठाठ-२

को : हैयो राम-६
धोये महोबे घाट
हे हो धोये महोबे घाट

स : हो मोरे धोबिया की पगड़ी पुरानी-२
पगड़ी पुरानी क्यूँ धोये महारानी-२
male: पगड़ी की चुन्नट में अंगिया लिपट गई-२
धोबिया की गोदी में रानी सिमट गयी-२

को : धोये महोबे घाट
हे हो धोये महोबे घाट-३

हैयो राम-६
धोये महोबे घाट