अब तो घबरा के ये कहते - The Indic Lyrics Database

अब तो घबरा के ये कहते

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - मन्ना दे | संगीत - सी रामचंद्र | फ़िल्म - शारदा | वर्ष - 1950

View in Roman

अब तो घबरा के ये कहते हैं के मर जायेंगे
मर के भी चैन न पाया तो किधर जायेंगे

चाहे ज़िन्दगी से कितना भी भाग रे-२
तेरे दिल की बुझेगी ना आग रे-२
चाहे ज़िन्दगी से कितना भी भाग रे-२

मत सोच के तू बेआराम है
ये ग़म भी ख़ुशी का एक नाम है
मत सोच के तू बेआराम है
यही दर्द है करार, यही दाग़ है सिंगार-२
ज़रा हँसना तू खोल ज़रा जाग रे-२
तेरे दिल की बुझेगी ना आग रे-२
चाहे ज़िन्दगी से कितना भी भाग रे-२

तेरी जुस्तजू तो ख़ाब की है दास्ताँ
तू ही रास्ता है आज तू ही कारवाँ
तेरी जुस्तजू तो ख़ाब की है दास्ताँ
ये तलाश है ख़याल एक वहम का है जाल
झूठे सपनों के पीछे ना भाग रे
तेरे दिल की बुझेगी ना आग रे-२
चाहे ज़िन्दगी से कितना भी भाग रे