कान्हा सबको मोहे मंगल रूप तुम्हारा - The Indic Lyrics Database

कान्हा सबको मोहे मंगल रूप तुम्हारा

गीतकार - पं अनुज | गायक - शांता आप्टे | संगीत - मास्टर कृष्णराव | फ़िल्म - गोपाल कृष्ण | वर्ष - 1938

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कान्हा सबको मोहे -२
मंगल रूप तुम्हारा रे
मंगल रूप तुम्हारा
कान्हा सबको मोहे
मंगल रूप तुम्हारा रे
मंगल रूप तुम्हारालीलाधर मनहर घनश्याम -२
शम्भ निरामय तुम साकार
तुम कली से भी सुकुमार -२
?? हुआ मन मेरा -२
मंगल रूप तुम्हारा रे
मंगल रूप तुम्हारा
कान्हा सबको मोहे
मंगल रूप तुम्हारा रे
मंगल रूप तुम्हारा
मंगल रूप तुम्हारा रे -३
मंगल रूप तुम्हाराक्रिपा करो पाप हरो -२
विनशहूँ माया -३
पावन कर जग सारा -३कान्हा सबको मोहे -३
मंगल रूप तुम्हारा रे
मंगल रूप तुम्हारा