अमिय हलाहल मदभरे श्वेत श्याम रतनार - The Indic Lyrics Database

अमिय हलाहल मदभरे श्वेत श्याम रतनार

गीतकार - भरत व्यास | गायक - लता, रफी | संगीत - एस एन त्रिपाठी | फ़िल्म - रानी रूपमती | वर्ष - 1959

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र: अमिय हलाहल मदभरे श्वेत श्याम रतनार
जियत मरत झुकि झुकि परत जेहि चितवत एक बार

झननन झन झननन झन झननन बाजे पायलिया-2
पिया से मिलन चली आज कमिनिया
झननन झन झननन झन झननन बाजे पायलिया
झननन झन

ल: ओ
रात अन्धेरी डर लागे रसिया-2
पास कैसे आऊँ तोरे मनबसिया
पपिहा बोले
पपिहा बोले अम्रित घोले जियरा डोले हौले हौले हौले
झननन झन झननन झन झननन बाजे पायलिया
झननन झन झननन झन झननन बाजे

र: सज सिंगार कोई नार नवेली
निडर डगर में चली है अकेली
रितु बसन्त आई अलबेली
डार डार बोले कारी कोयलिया
झननन झन झननन झन झननन बाजे पायलिया
झननन झन झननन झन झननन

ल: ओ
प्यार जगा है देखो कण कण में-2
रास रसा है मन मधुबन में
बजे मंजीरी
बजे मंजीरी जमुना तीरे मैं तो चली रे धीरे धीरे धीरे
झननन झन झननन झन झननन बाजे पायलिया

दो: झननन झन झननन झन झननन बाजे
र: झनन झन झन बाजे पायलिया

ल: बाजे-3
र: बाजे
दो: झनन झन झन बाजे पायलिया$