सजदे में यूँही झुकता हूँ - The Indic Lyrics Database

सजदे में यूँही झुकता हूँ

गीतकार - अन्विता दत्त | गायक - केके - शिल्पा राव | संगीत - विशाल - शेखर | फ़िल्म - बचना ऐ हसीनो | वर्ष - 2008

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सजदे में यूँही झुकता हूँ
तुम पे ही आ के रुकता हूँ
क्या यह सब को होता है
हमको क्या लेना है सबसे
तुमसे ही सब बातें अबसे
बन गए हो तुम मेरी दुआ
खुदा जाने के मैं फिदा हूँ
खुदा जाने मैं मिट गया
खुदा जाने यह क्यों हुआ है
की बन गए हो तुम मेरे खुदा
तू कहे तो तेरे ही कदम के मैं निशानों पे
चलूँ रुकूँ इशारे पे
तू कहे तो ख्वाबों को बना के मैं बहाना सा
मिला करूँ सिरहाने पे
हो, तुम से दिल की बातें सीखी
तुमसे ही यह राहें सीखी
तुम पे मर के मैं तो जी गया
दिल कहे के आज तो छुपा लो तुम पनाहों में
की डर है तुमको खो दूँगा
दिल कहे संभल ज़रा खुशी को ना नज़र लगा
की डर है मैं तो रो दूँगा
करती हूँ सौ वादे तुमसे
बाँधे दिल के धागे तुमसे
यह तुम्हे न जाने क्या हुआ