इतनी बड़ी दुनिया जहाँ इताना बड़ा मेला - The Indic Lyrics Database

इतनी बड़ी दुनिया जहाँ इताना बड़ा मेला

गीतकार - प्रेम धवन | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - चित्रगुप्त | फ़िल्म - तूफान में प्यार कहाँ | वर्ष - 1966

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इतनी बड़ी दुनिया जहाँ इतना बड़ा मेला
मगर मैं हँ हँ हँ ( कितना अकेला ) -२ऐ दिल घड़ी भर तो मिल के करें बातें -२
कटती नहीं ऐसे तन्हा मेरी रातें
सबको मिला साथी भी आई मिलन बेला
मगर मैं कितना अकेला ...गुज़रे दिलों का है धुँधला निशाँ बाक़ी -२
दिल तो बुझा कबसे अब है धुआँ बाक़ी
दुखते हुए दिल पे भला क्या-क्या नहीं झेला
मगर मैं कितना अकेला ...