वन प्लस वन एक और एक ग्यारह मेरे यारा - The Indic Lyrics Database

वन प्लस वन एक और एक ग्यारह मेरे यारा

गीतकार - समीर | गायक - उदित नारायण, सोनू निगम, शंकर महादेवन | संगीत - शंकर एहसान लॉय | फ़िल्म - एक और एक ग्यारह: | वर्ष - 2003

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one, plus one, one, plus one
को : एक एक एक एक एक एक और एक
एक एक एक एक और एक
शं : ग्यारह मेरे यारा
सो : एक और एक ग्यारह मेरे यारा
एक और एक एक और एक
को : ग्यारह मेरे यारासो : एक और एक दो होते नहीँ
हँसने वाले रोते नहीं
जागने वाले सोते नहीं
अपनी हस्ती खोते नहीं
दो : जहाँ दुश्मन मिला दुश्मन
जहाँ दुश्मन मिला तो दे मारा
मेरे यारा एक और एक ग्यारह मेरे यारा
को : एक और एक एक और एक ग्यारह मेरे याराशं : ऐसे दिखाएँगे जलवे देखेगा सारा जहाँ
सो : हम तो हैं सब से निराले हमसा अजूबा कहाँ
शं : कोई हमसा
सो : ना आया
शं : ना आएगा अब तो दोबारा
सो : मेरे यारा
दो : एक दो तीन चार पाँच छः सात आठ नौ दस और एक
ग्यारह मेरे याराशं : हुस्न की लौ में जल जाते हैं
सो : मोम के जैसे पिघल जाते हैं
शं : हो दीवाने हैं मचल जाते हैं
सो : गिरते हैं फिर सम्भल जाते हैं
शं : कोई हमसा
सो : ना हमसा
कोई हमसा ना हमसा दिलदारा
मेरे यारा
शं : एक और एक ग्यारह मेरे यारा
हा हा हा हा
एक और एक एक और एक एक और एक एक और एक एक और एक एक और एक
दो : ग्यारह मेरे यारा
सो : एक और एक एक और एक
दो : ग्यारह मेरे यारा
सो : एक और एक दो होते नहीँ
हँसने वाले रोते नहीं
जागने वाले सोते नहीं
अपनी हस्ती खोते नहीं
दो : जहाँ दुश्मन मिला दुश्मन
जहाँ दुश्मन मिला तो दे मारा
मेरे यारा एक और एक ग्यारह मेरे यारा
एक और एक एक और एक ग्यारह मेरे यारा
एक दो तीन चार पाँच छः सात आठ नौ दस और एक
one, plus one, one, plus oneउ : जब अपना याराना बना यारी का अफ़साना बना
इक दिलकश नज़राना बना हर मौसम मस्ताना बना
( कोई हमसा ) -३ नहीं दिलदारा
मेरे यारा एक और एक ग्यारह मेरे याराको : एक एक एक एक एक एक और एक
एक एक एक एक और एक
सो : ग्यारह मेरे यारा
एक और एक ग्यारह मेरे यारा
एक और एक एक और एक
सो : ग्यारह मेरे यारा
को : एक और एक एक और एक
सो : ग्यारह मेरे यारावक़्त की रौ में बहते नहीं
वैसे तो कुछ कहते नहीं
लेकिन चुप भी रहते नहीं
कोई सितम कब सहते नहीं
दो : ये ज़माना हाँ ज़माना ये ज़माना ज़माना हम से हारा
मेरे यारा
को : एक और एक ग्यारह मेरे यारासो : तुझको पता ही नहीं है नज़दीक हैं तेरे दिन
शं : अनहोनी है होने वाली दिन उँगलियों पे तू गिन
सो : एक दो तीन चार पाँच छः सात आठ
एक दो तीन चार पाँच छः सात आठ नौ दस ग्यारह
मेरे यारा
एक और एकशं : ऐसे दिखाएँगे जलवे देखेगा सरा जहाँ
सो : हम तो हैं सब से निराले हम सा अजूबा कहाँ
शं : कोई हमसा ना आया ना आएगा अब तो दोबारा
सो : मेरे यारा
दो : एक दो तीन चार पाँच छः सात आठ नौ दस और एक
को : ग्यारह मेरे यारा
सो : एक और एक एक और एक
शं : ग्यारह हा आ आ मेरे यारासो : जब अपना याराना बना
शं : यारी का अफ़साना बना
सो : इक दिलकश नज़राना बना
शं : हर मौसम मस्ताना बना
ये तो जाने
सो : हाँ जाने
शं : ये तो जाने ये जाने जग सारा
मेरे यारा
सो : एक और एक ग्यारह मेरे यारा
शं : एक और एक एक और एक
सो : एक और एक एक और एक एक और एक एक और एक और एक और एक एक और एक
को : ग्यारह मेरे याराशं : हुस्न की लौ में जल जाते हैं
सो : मोम के जैसे पिघल जाते हैं
शं : हो दीवाने हैं मचल जाते हैं
सो : गिरते हैं फिर सम्भल जाते हैं
शं : कोई हमसा
सो : ना हमसा
कोई हमसा ना हमसा दिलदारा
मेरे यारा
शं : एक और एक ग्यारह मेरे यारा
सो : एक और एक एक और एक एक और एक एक और एक और एक और एक एक और एक
को : ग्यारह मेरे यारासो : एक और एक दो होते नहीँ
हँसने वाले रोते नहीं
जागने वाले सोते नहीं
अपनी हस्ती खोते नहीं
दो : जहाँ दुश्मन मिला दुश्मन
जहाँ दुश्मन मिला तो दे मारा
मेरे यारा
को : एक और एक ग्यारह मेरे यारा
एक दो तीन चार पाँच छः सात आठ नौ दस और एक