अब कहाँ जाएँ कि अपना मेहरबाँ - The Indic Lyrics Database

अब कहाँ जाएँ कि अपना मेहरबाँ

गीतकार - खवार जमाना | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - खैय्याम | फ़िल्म - प्यार की बातें | वर्ष - 1950

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अब कहाँ जाएँ कि अपना मेहरबाँ कोई नहीं
तेरी दुनिया में हमारा पासबाँ कोई नहीं

लुट रहा है आशियाँ मेरी नज़र के सामने
और मैं ख़ामोश हूँ जैसे ज़बाँ कोई नहीं
अब कहाँ जाएँ ...

हसरतों के बाग़ में छा गयीं बरबादियाँ
फूल हैं, कलियाँ हैं, लेकिन आशियाँ कोई नहीं
तेरी दुनिया में हमारा पासबाँ कोई नहीं
अब कहाँ जाएँ