हाय लूटा छोरा वो कर गया घायल - The Indic Lyrics Database

हाय लूटा छोरा वो कर गया घायल

गीतकार - समीर | गायक - सहगान, स्वस्तिका | संगीत - राजू सिंह | फ़िल्म - पागलपान | वर्ष - 2001

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हाय लूटा हाय लूटा रे हाय
छोरा वो कर गया घायल
भोलेपन से ये मेरा आँचल सीने से जो मेरे छूटा
हाय लूटा
आय हाय
छोरा वो कर गया ...मटका था मेरे सर पे लाई थी भर के मैं पानी
पनिया भरन को आई गुजरिया
दिल पे गिरा गई हमरे बिजुरिया
बिन बरसे उड़ गई वो बदरिया
मटका था मेरे सर पे ...लड़की मैं कोरी कंवारी
ऊपर से मेरी ये जवानी आहा
यूं देखा मैं शरमाई
पतली कमर बलखाई
मटका गिरा गिर के फ़ूटा
हाय लूटा रेआ
ना कोई आगे पीछे कितनी वो मुश्किल घड़ी थी
मतवारी नागिन सी डस के
मार गई वो हमको हँस के
हम तो रह गए यार तरस के
भीगी थी मोरी चुनरिया
जमुना के तीरे खड़ी थी आ हा
उसने की खींचातानी आ हा
मैने की थोड़ी आनाकानी
था वो हरजाई बड़ा झूठा
हाय लूटा रेहम सारे हैं रसिया तेरे
अ रे रे रे
ऐसे बुझा ना हमसे पहेली
तिनक तिनक नक नक नक तिनक तिनक
अरे जा जा
तिनक तिनक नक नक नक तिनक तिनक
ऐ नक नक
बालों का गजरा बिखरा दे नखरे ना कर नार नवेली
लूटा रे
तिगड़ा तिगड़ा