अपने जीवन की उलझान को कैसे मैं सुलझाउन - The Indic Lyrics Database

अपने जीवन की उलझान को कैसे मैं सुलझाउन

गीतकार - एम जी हशमत | गायक - लता मंगेशकर, किशोर कुमार | संगीत - कल्याणजी, आनंदजी | फ़िल्म - उलझन | वर्ष - 1975

View in Roman

अपने जीवन की उलझन को कैसे मैं सुलझाऊँ -२
अपनों ने जो दर्द दिए हैं कैसे मैं बतलाऊँप्यार के वादे हो गए झूठे ( वफ़ा के बंधन टूटे ) -२
बनके जीवन-साथी कोई ( चैन मेरा क्यों लूटे ) -२
ऐसे जीवन-साथी से मैं कैसे साथ निभाऊँ
अपने जीवन की ...कैसे-कैसे भेद छुपाएँ ( हाथों की रेखाएँ ) -२
कोई ना जाने इस जीवन को ( ये किस ओर ले जाएँ ) -२
पढ़ ना पाऊँ लेख विधि का पल-पल मैं घबराऊँ
अपने जीवन की ...दिल में ऐसा दर्द छुपा है ( मुझसे सहा ना जाए ) -२
कहना तो चाहूँ अपनों से मैं ( फिर भी कहा ना जाए ) -२
??
अपने जीवन की ...