सारे शहर के शराबी ओ भाभी मेरे पीछे पड़े हैं - The Indic Lyrics Database

सारे शहर के शराबी ओ भाभी मेरे पीछे पड़े हैं

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - अलका याज्ञनिक, अनुराधा पौडवाल | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - सरफ़रोश | वर्ष - 1985

View in Roman Drunkards of whole city, Bombay, o sister-in-law!
are running after me.कम नहीं मेरी कोई सहेली
काहे फंसी मेरी जान अकेली
कौन से ये हीरे मोती निगोड़े जाने मुझमे जड़े हैंnow, what is she saying there?
Type of pearls and what diamonds.
I don't know, are hanging on my body.किस किस का मैं नाम बताऊं
किस किस पे इल्जाम लगाऊं
वो भी इनमें हैं शामिल उमर में जो मुझसे बड़े हैं
Hello! Hello! What is it now?
Those who are elder than me are also
standing in line for me.
सारे शहर के शराबी ...
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सारे शहर के शराबी ओ भाभी मेरे पीछे पड़े हैं
बन्द हुअ मेरा घर से निकलना
मुश्किल हुआ मेरा रस्ते में चलना
पांव कहां रखूं दिल मेरे कदमों के नीचे पड़े हैं
सारे शहर के शराबी ...पनिया भरने मैं जाऊं कैसे
जाऊं तो वापस आऊं कैसे
जनम जनम के वो प्यासे गली के पनघट पे खड़े हैं
सारे शहर के शराबी ...Hey Ma'am! What the heck are they singing there?
Drunkards of whole city, Bombay, o sister-in-law!
are running after me.कम नहीं मेरी कोई सहेली
काहे फंसी मेरी जान अकेली
कौन से ये हीरे मोती निगोड़े जाने मुझमे जड़े हैंnow, what is she saying there?
Type of pearls and what diamonds.
I don't know, are hanging on my body.किस किस का मैं नाम बताऊं
किस किस पे इल्जाम लगाऊं
वो भी इनमें हैं शामिल उमर में जो मुझसे बड़े हैं
Hello! Hello! What is it now?
Those who are elder than me are also
standing in line for me.
सारे शहर के शराबी ...