ना रुथो मेरी जान मैं रुथुउन्गि तुमसे - The Indic Lyrics Database

ना रुथो मेरी जान मैं रुथुउन्गि तुमसे

गीतकार - फौक जामी | गायक - येसुदास | संगीत - राजकमल | फ़िल्म - सावन को आने दो | वर्ष - 1979

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न रूठो न रूठो
न रूठो मेरी जान
इसी बहाने आज तेरी
मेरी हो गयी पहचान
मई रूठूँगी तुमसे रूठूँगी
मई रूठूँगी तुमसे
मेरा दिल छीनकर भी
बनाते हो जैसे कोई अनजान
न रूठो न रूठो
न रूठो मेरी जान
इसी बहाने आज तेरी
मेरी हो गयी पहचान
मई रूठूँगी तुमसे रूठूँगी
मई रूठूँगी तुमसे
मेरा दिल छीनकर भी
बनाते हो जैसे कोई अनजान

तुम्हारे रुठने से
ज़िन्दगी रूठ जायेगी
न फिर ऐसा सामान होगा
न किस्मत जगमगाएगी
जरा सी बात का ाकिर
बनती हो क्यों अफ़साना
यह दिल का राज
है दिल में रखो
मेरे दिलबर जानन
मेरे दिलबर जानन
न रूठो न रूठो
न रूठो मेरी जान
इसी बहाने आज तेरी
मेरी हो गयी पहचान
मई रूठूँगी तुमसे रूठूँगी
मई रूठूँगी तुमसे
मेरा दिल छीनकर भी
बनाते हो जैसे कोई अनजान

छुपाया राजे दिल मुझसे
मुझे तुमसे शिकायत है
तुम्हे उसकी कबर क्या है
की जो कुछ दिल की हालत है

तुम्हारी बेरुखी ने हाय
मुझको मार डाला है
बड़ी मुश्किल से मैंने
यह दिले नादाँ सम्भाला है
दिले नादाँ सम्भाला है
न रूठो न रूठो
न रूठो मेरी जान
इसी बहाने आज तेरी
मेरी हो गयी पहचान
मई रूठूँगी तुमसे रूठूँगी
मई रूठूँगी तुमसे
मेरा दिल छीनकर भी
बनाते हो जैसे कोई अनजान

चलो अच्छा हुवा उलझन
दिलों की रंग ले आई
कुशी आँखों में चमकी
है हँसी होंठों पे लहराई
लड़ाई ऐसी अच्छी
है की जिसमे प्यार हो जाये
उम्र भर साथ रहने का
अभी इकरार हो जाये
अभी इकरार हो जाये
न रूठो न रूठो
न रूठो मेरी जान
इसी बहाने आज तेरी
मेरी हो गयी पहचान
मई रूठूँगी तुमसे रूठूँगी
मई रूठूँगी तुमसे
मेरा दिल छीनकर भी
बनाते हो जैसे कोई अनजान
न रूठो न रूठो
न रूठो मेरी जान
इसी बहाने आज तेरी
मेरी हो गयी पहचान
न रूठो न रूठो
न रूठो मेरी जान
इसी बहाने आज तेरी
मेरी हो गयी पहचान.