ये दिल तुम बिन कही लगता नहीं - The Indic Lyrics Database

ये दिल तुम बिन कही लगता नहीं

गीतकार - गुलजार | गायक - जगजीत सिंह | संगीत - वनराज भाटिया | फ़िल्म - मम्मो | वर्ष - 1994

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ये दिल तुम बिन कहीं लगता नहीं, हम क्या करें
तसव्वुर में कोई बसता नहीं, हम क्या करें
तुम ही कह दो अब ऐ जान-ए-वफ़ा हम क्या करें
लूटे दिल में दिया जलता नहीं, हम क्या करें
तुम ही कह दो अब ऐ जान-ए-अदा हम क्या करें
किसी के दिल में बस के दिल को तड़पाना नहीं अच्छा
निगाहों को झलक दे दे के छुप जाना नहीं अच्छा
उम्मीदों के खिले गुलशन को झुलसाना नहीं अच्छा
हमें तुम बिन कोई जँचता नहीं, हम क्या करें
मोहब्बत कर तो लेकिन मोहब्बत रास आए भी
दिलों को बोझ लगते हैं कभी ज़ुल्फों के साये भी
हज़ारो ग़म हैं इस दुनिया में अपने भी पराए भी
मोहब्बत ही का ग़म तनहा नहीं, हम क्या करें
बुझा दो आग दिल की या इसे खुलकर हवा दे दो
जो इस का मोल दे पाए, उसे अपनी वफ़ा दे दो
तुम्हारे दिल में क्या है बस हमें इतना पता दे दो
के अब तनहा सफ़र कटता नहीं, हम क्या करें