मोरा धिरे से घुंघट हटाए पिया - The Indic Lyrics Database

मोरा धिरे से घुंघट हटाए पिया

गीतकार - पंडित इंद्र | गायक - अमीरबाई | संगीत - खेमचंद प्रकाश | फ़िल्म - भरथरी | वर्ष - 1944

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( मोरा धीरे से घूँघट हटाये पिया
मोहे चन्द्र कलंक बताये पिया ) -२
मैं कछु न बोली -४
( मोरा गीत सुनन को आये पिया
मोहे कोयल कह के लजाये पिया ) -२
मैं कछु न बोली -४मोरा अपने ही हाथों सिंगार करे
मेरी वेनी में फूलों का हार डरे
( फिर सूरत
फिर सूरत दरप दिखाये पिया ) -२
मैं कछु न बोली -४( मोरे माथे पे बिंदिया लगाये पिया
मोहे हँस हँस के पान खिलाये पिया ) -२
मोरे नैनों में कजरा सजाये पिया
मोरे पगिया में पायल छनाये पिया
मीठी बातें बनाये रिझाये पिया -२
मैं कछु न बोली -४