गीतकार - जानी | गायक - नेहा कक्कर, जुबिन नौटियाल | संगीत - जानी | फ़िल्म - तारों के शहर में | वर्ष - 2020
View in Romanना चैन से जीने देगी
ना चैन से मरने देगी
ना चैन से जीने देगी
ना चैन से मरने देगी
हाँ चलो ले चलें तुम्हें
तारों के शहर में
धरती पे ये दुनिया
हमें प्यार ना करने देगी
चलो ले चलें तुम्हें
तारों के शहर में
धरती पे ये दुनिया
हमें प्यार ना करने देगी
जो तुम ना मेरी बाहों में
मैं तो सो नहीं सकता
खुदा ने तुझको दिया मुझे
तुझे मैं खो नहीं सकता
मैं मर जाउँगा अगर कभी
कहना पड़ गया ये सनम
मैं तेरा ही हूँ
मगर तेरा हो नहीं सकता
हमें मार ही ना डाले
बुरी नज़र ये लोगों की
ये हाथ छुडायेंगे
ना हाथ पकड़ने देगी
हाँ चलो ले चलें तुम्हें
तारों के शहर में
धरती पे ये दुनिया
हमें प्यार ना करने देगी
हो.. चलो ले चलें तुम्हें
तारों के शहर में
धरती पे ये दुनिया
हमें प्यार ना करने देगी
लोग हमसे जलते हैं
जलते हैं इस बात पे
क्यूँ इतने ज्यादा ख़ूबसूरत
लगते हैं हम साथ में
लोग हमसे जलते हैं
जलते हैं इस बात पे
क्यूँ इतने ज्यादा ख़ूबसूरत
लगते हैं हम साथ में
जो भी इश्क में होते हैं
होते हैं दीवाने से
ख़ुशी नहीं देखी जाती
मोहब्बत की ज़माने से
मुझे पता है ओ जानम
चाहे कुछ भी हो जाए
तू खुद मर जाएगी
जानी ना मरने देगी
हाँ चलो ले चलें तुम्हें
तारों के शहर में
धरती पे ये दुनिया
हमें प्यार ना करने देगी