बडी नाज़ुक है ये मंज़िल, मोहब्बत का सफर है - The Indic Lyrics Database

बडी नाज़ुक है ये मंज़िल, मोहब्बत का सफर है

गीतकार - ज़मीर काज़मीक | गायक - जगजीत सिंह | संगीत - तबुन सूत्रधार | फ़िल्म - जॉगर्स पार्क | वर्ष - 2003

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बडी नाज़ुक है ये मंज़िल, मोहब्बत का सफर है
धडक आहिस्ता से ऐ दिल, मोहब्बत का सफर है
कोई सुन ले ना ये किस्सा, बहोत डर लगता है
मगर डरने से क्या हासिल, मोहब्बत का सफर है
बताना भी नहीं आसान, छुपाना भी कठीन है
खुदाया किस कदर मुश्किल, मोहब्बत का सफर है
उजाले दिल के फैले है, चले आओ ना जानम
बहोत ही प्यार के काबिल, मोहब्बत का सफर है