नयनों में नयना मत डालो - The Indic Lyrics Database

नयनों में नयना मत डालो

गीतकार - डी एन मधोकी | गायक - ज़ोहरा बाई | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - जीवन / बहार | वर्ष - 1944

View in Roman

निगाहें रुक गईं हाय कहाँ पर

निगाहें रुक गईं हाय कहाँ पर

तड़प कर रह गया नग़मा ज़ुबाँ पर

र : धुआँ सा उठ रहा है आसमाँ पर

गिरी बिजली किसी के आशियाँ पर

श : कैसे बजे दिल का सितार

ठेंस लगी टूट गये तार

र : बीता हुआ जीवन का प्यार

हाय कोई आज गया हार

श : दिल कहीं आवाज़ कहीं

नग़मा कहीं साज़ कहीं

र : देख ये घबराई नज़र

खोल न दे राज़ कहीं

श : ओ

आज कहे दिल बारबार

नइया मेरी कैसे लगे पार

र : दिल में छुपाये हुये ग़म

कैसे रहूँ रह ना सकूँ

श : टूट पड़े मुझ पे सितम

और मैं कुछ कह ना सकूँ

र : ओ

गीत में है दिल की पुकार

गाये जा तू साजन के द्वार