कल भोर भये हरी जायेंगे - The Indic Lyrics Database

कल भोर भये हरी जायेंगे

गीतकार - नरेंद्र शर्मा | गायक - लता | संगीत - स्नेहल भटकर | फ़िल्म - नंद किशोर | वर्ष - 1951

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कल भोर भयेऽऽ
<फ़्लुते>
कल भोर भये हरी जायेंगे
हम रो रो रैन बितायेंगे
कल भोर भये
हरी जायेंगे मुख मोर मोर
प्रभू ऐसी कर कल हो न भोर
जो चले गये
जो चले गये मेरे किशोर
ये नयन बहुत दुख पायेंगे
हम रो रो रैन बितायेंगे
कल भोर भये
क्या हरी होंगे दूर कभी
यूं पूछ रहे मन प्रान सभी
अधरों पे नाम नैनों में छबी
रोम रोम गुन गायेंगे
हम रो रो रैन बितायेंगे
कल भोर भये
आंसू हरी चरनों में जाओ
मुस्कान अधर पर फिर आओ
मन प्रान मुरलिका बन जाओ