बुलाबुलो मत रो यहाँ आंसू बहाना है मनः - The Indic Lyrics Database

बुलाबुलो मत रो यहाँ आंसू बहाना है मनः

गीतकार - | गायक - नूरजहां | संगीत - हाफिज खान | फ़िल्म - जीनत | वर्ष - 1945

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बुलबुलो मत रो यहाँ आँसू बहाना है मना
इन क़फ़स के क़ैदियों को ग़ुल मचाना है मनाछोड़ कर तूफ़ाँ में ये मल्लाह कह कर चल दिया
डूब जा मझधार में साहिल पे आना है मनामैं हूँ वो फ़रियाद जिस का सुनने वाला चल बसा
मैं हूँ वो आँसू जिसे दामन पे आना है मना