अब ग़म को बना लेंगे जीने - The Indic Lyrics Database

अब ग़म को बना लेंगे जीने

गीतकार - पी एन रंगीन | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - मदन मोहन | फ़िल्म - निर्मोही | वर्ष - 1950

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अब ग़म को बना लेंगे जीने का सहारा
दिल टूट गया छूट गया साथ हमारा
अब ग़म को बना लेंगे

हम दूर चले जाएँगे दुनिया से तुम्हारी
रोकेगा ना अब कोई भी ये कश्ती हमारी
उमड़ी हुई लहरों को बनाया है किनारा
अब ग़म को बना लेंगे ...

उम्मीद रहेगी न अब अरमान रहेंगे
सपने भी न आकर कभी मेहमान रहेंगे
भूले हैं न भूलेंगे मगर नाम तुम्हारा

अब ग़म को बना लेंगे जीने का सहारा
दिल टूट गया छूट गया साथ हमारा